विवाद के चलते इन खिलाड़ियों का करियर हो गया खत्म

विवाद क्रिकेट के खेल का अहम हिस्सा है, कई बार दुर्भाग्यवश ये मैदान पर घटित होता है और कई मैदान से बाहर। क्रिकेट के इतिहास को खंगाले तो कई ऐसे विवाद हैं, जो क्रिकेट में हो चुके हैं। कई बार विवाद इतना गहरा हो जाता है कि खिलाड़ियों के करियर पर आन बनती है। इस खास लेख में हम आपको ऐसे पांच विवादों के बारे में बता रहे हैं, जिसके चलते खिलाड़ियों का करियर ही खत्म हो गयाः
केविन पीटरसन
इंग्लैंड के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक रहे केविन पीटरसन दरअसल दक्षिण अफ्रीका में पैदा हुए थे। 100 से अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले पीटरसन का रिश्ता इंग्लैंड के तत्कालीन कोच एंडी फ्लावर से बिगड़ गया था। आईपीएल में खेलने का मौका न मिलने के चलते साल 2012 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। पीटरसन पर आरोप लगे कि उन्होंने कोच फ्लावर व कप्तान एंड्रू स्ट्रॉस के बारे में अभद्र मैसेज किए हैं। एशेज साल 2013-14 में जोरदार प्रदर्शन करने वाले पीटरसन को फ्लावर के कहने पर टीम से बाहर कर दिया गया। इस तरह पीटरसन के करियर का अंत हो गया।
हैंसी क्रोनिए
दक्षिण अफ्रीका के सबसे प्रभावशाली क्रिकेट कप्तान हैंसी क्रोनिए अपने देश व पूरी दुनिया के लिए बहुत ही अहम रहे। उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी टीम को क्रिकेट का सुपरपावर बनाने में अहम योगदान दिया था और उनके दौर में टीम घर व बाहर जबरदस्त खेल दिखाती थी। हालांकि उनके करियर का अंत बड़े ही दुर्भागपूर्ण तरीके से हुआ। मैच फिक्सिंग के चलते उनके ऊपर जिंदगी भर का बैन लगा दिया गया। उनपर आरोप था कि उन्होंने सट्टेबाजों से पैसे लिए हैं और मैच का परिणाम प्रभावित किया है। साल 2002 में एक प्लेन क्रैश में उनकी मौत हो गई।
एंड्रू सायमंड्स
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ऑलराउंडर एंड्रू सायमंड्स के करियर में कई विवाद भी रहे। साल 2005 में उन्हें मैच से एक दिन पहले शराब पीने के चलते टीम से बाहर कर दिया गया था। साल 2008 में उन्हें टीम मीटिंग में हिस्सा न लेने के चलते टीम से बाहर कर दिया गया था। जबकि साल 2009 में उन्होंने शराब पीकर एक इंटरव्यू में ब्रेंडन मैकुलम को गाली दे दी थी। उसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक कानून बनाया, जिसमें क्रिकेटरों को पब्लिक प्लेस पर शराब पीने की मनाही थी। लेकिन सायमंड्स एक रग्बी मुकाबले में शराब के नशे में पकड़े गए और उनका अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म हो गया।
मोहम्मद आसिफ
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ को दुनिया का सबसे बेहतरीन स्विंग गेंदबाज माना जा रहा था। लेकिन साल 2010 में स्पॉट-फिक्सिंग स्कैंडल में फंसने के चलते उन्हें पांच साल का बैन झेलना पड़ा। इसके अलावा उन्हें उम्र कैद की सजा भी हुई। बैन खत्म होने के बाद भी पीसीबी ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी का मौका नहीं दिया, वहीं उन्हीं के साथ फंसे मोहम्मद आमिर की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी हो गई थी।
एंडी फ्लावर
जिम्बॉब्वे के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज रहे एंडी फ्लावर का करियर भी विवाद के भेंट चढ़ गया था। जब वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने श्रेष्ठतम फॉर्म में थे, तभी उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। दरअसल साल 2003 का विश्वकप अफ्रीकी देशों के सहमेजबानी में खेला गया था। उस वक्त जिम्बॉब्वे की राजनीतिक परिस्थितियां सही नहीं थीं। जिसके विरोध में फ्लावर और उनके साथी खिलाड़ियों ने काला बैंड बाजू पर पहना था। जो उनके देश के राजनेताओं को पसंद नहीं आया और इसका खामियाजा फ्लावर व ओलंगा को भुगतना पड़ा। इन दोनों को आपात समय में संन्यास लेना पड़ा और फ्लावर तो इसके बाद इंग्लैंड भी चले गए।